सुना है उनकी आँखों में सैलाब आने वाला है !

हवाओं ने कर दी थी बगावत आँधियों में तब्दील होकर

मगर औंधे मुह लौटने को हैं
चर्चा है कि सिलसिला, ज़ुल्फ़ों के लहराने का शुरू होने वाला है

बूँद बूँद पड़ा था हमने दरिया को, उसमे उतरने की खातिर
चलो अब डूबने की तैयारी कर लो,

सुना है उनकी आँखों में सैलाब आने वाला है

बड़े खुश थे अल्फ़ाज़ों को जोड़ कर

ग़ज़ल पड़ने की खातिर
अब खामोश हो तो खामोश रहो

उनके लबों पर नगमा थिरकने वाला है
आईने को कहाँ फ़िक्र थी

जो जैसा था वो वैसा ही दिखाता था
अब चटकने की कगार पर है

हुस्न से उसका सामना जो होने वाला है

उतर आया है आसमाँ कोहरा बन कर,

बाजों का ग़ुरुर भी अब ज़मी पर है
काबू कर सकते हो तो कर लो अपनी उड़ानों को

सुना है उनका इश्क़ परवान चढ़ने वाला है

बंद कर लो संगममर पर फिसलना

और देखो टकटकी लगाकर
बारिश की बूंदों और उनकी कमर का

एक नया खेल होने वाला है
बड़े दिनों बाद आयी थी ये अमावस

पल में फुर्र हो गयी
सुना है चाँद से कहा था उसने

आंखों पर सुरमा लगने वाला है

सूरज ने भी कर दी है वकालत कायनात से

कि कौन रोशन अधिक है
हम तो बेफिक्र हैं  मालूम है

जवाब इधर ही आने वाला है

चलो अब डूबने की तैयारी कर लो

सुना है उनकी आँखों में सैलाब आने वाला है


कमल मिश्रा

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